[banka][bleft]

अपनी उपलब्धियां गिनाकर सांसद जयप्रकाश ने कर दी विरोधियों की बोलती बंद


बांका LIVE डेस्क : क्षेत्रीय सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने इस बार अपने राजनीतिक विरोधियों को करारा जवाब दिया है. बांका से सांसद रहते हुए अपने 3 वर्ष के कार्यकाल के दौरान की अपनी उपलब्धियों की चर्चा करते हुए सांसद ने अपने विरोधियों की बोलती बंद करा दी है. उन्होंने कहा कि ये सारे काम बैठे बिठाए नहीं हुए. उनका नाम नहीं काम बोलता है. बांका संसदीय क्षेत्र का एक-एक व्यक्ति पिछले 3 साल के बांका संसदीय क्षेत्र के उनके कार्यकाल की उपलब्धियों और प्रयासों से वाकिफ है. उन्हें स्वयं बहुत कुछ कहने की जरूरत नहीं.

ज्ञात हो कि सांसद जयप्रकाश नारायण यादव पिछले कुछ समय से अपने ही महागठबंधन के एक विधायक तथा एक पूर्व विधायक के निशाने पर रहे हैं. इन राजनीतिक विरोधियों का नाम लिए बगैर सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि वह विकास के लिए हैं और विकास उनका एकमात्र लक्ष्य है, जिसका लाभ वह बांका संसदीय क्षेत्र की एक-एक जनता को देना चाहते हैं. यहां के लोगों ने जिस आशा और उम्मीद के साथ संसद में उन्हें अपना प्रतिनिधित्व देकर भेजा है, उस पर वह पाई-पाई खरा उतरना चाहते हैं. और इसके लिए वह रात दिन एक भी कर रहे हैं. उनके इन प्रयासों को भारी सफलता भी मिली है, जिसका आंकड़ा सार्वजनिक फाइलों में दर्ज है, जिन्हें कोई भी देख सकता है. उन्होंने जोर देकर कहा कि ये सब कुछ वह पूर्वाग्रह से मुक्त होकर कर रहे हैं. पूर्वाग्रह और राजनीतिक भेदभाव उनके शब्दकोश में नहीं है.

सांसद जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि वह पिछले 3 वर्षों के दौरान एक वर्ष अपने संसदीय क्षेत्र में रहे हैं. हर माह कम से कम 10 दिन उनका क्षेत्रीय दौरा और यहां विकास कार्यक्रमों की समीक्षा होती है. इस दौरान उन्होंने सैकड़ों दौरे, जनसंपर्क, शिलान्यास और उद्घाटन किए हैं. संसद में उनकी उपस्थिति 86 प्रतिशत रही है जहां विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर उन्होंने 144 बार बहस में हिस्सा लिया है. तारांकित प्रश्नों की उनकी संख्या 126 रही है. जीरो आवर में तो उन्होंने अनगिनत सवाल दागे हैं. उनकी यह सारी गतिविधियां बांका जिले और संसदीय क्षेत्र के विकास को लेकर रही हैं. संसद में उन्होंने 600 बार से ज्यादा कार्यस्थगन प्रस्ताव लाए हैं.

बांका संसदीय क्षेत्र में उन्होंने 210 सड़कें अनुशंसित की हैं. 33 स्कूलों का डीपीआर बन चुका है. 22 बड़े पुलों का टेंडर हो चुका है. 15 नए पुल स्वीकृत किए गए हैं. ये योजनाएं एक अरब 4 करोड़ 64 लाख की हैं. सांसद ने कहा कि उन्होंने जो कहा है वह करके दिखा रहे हैं. अजगैवी धाम से बाबाधाम तक कांवरिया सर्किट पर 30 करोड़ की लागत से काम शुरू हो चुका है. मंदार में काम चल रहे हैं. जिले में बीएसएनएल के 64 नए टावर लग रहे हैं. बुनकरों के लिए कटोरिया तथा बौंसी में सवा आठ करोड़ की परियोजना शुरू की गई है. सिंचाई के क्षेत्र में रजौन प्रशासन नहर, नारायणा, डकाय बीयर तथा चांदन डैम में करोड़ों की योजना आरंभ की गई है. क्षेत्र के लिए 210 नई सड़कें और पुल पुलिया प्रस्तावित हैं. पेयजल के लिए मिनी जलापूर्ति योजना की लंबी सूची है. राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत 14 सौ गांवों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है. आदर्श ग्राम में भी बहुत सारे काम हुए हैं. सांसद कोटे की 266 योजनाएं ली गई जिनमें से 197 में काम पूरा हो चुका है. कोई भी कच्चा काम नहीं लिया गया. ये योजनाएं 14 करोड़ से ऊपर की हैं. क्षेत्र में अल्पसंख्यक विकास एवं रेलवे के विस्तारीकरण को लेकर भी उन्होंने कई योजनाओं को मंजूरी दिलाई है. सांसद एक तरह से अपनी उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वह कहने नहीं, काम करने में विश्वास करते हैं. पूर्वाग्रह उनके स्वाभाव में नहीं है. कुल मिलाकर सांसद ने अपने विरोधियों पर इस बार करारा प्रहार किया है. उन्होंने अपने उपलब्धियों के आंकड़े पेश कर राजनीतिक विरोधियों को एक तरह से चुप करा दिया है.
Post A Comment
  • Blogger Comment using Blogger
  • Facebook Comment using Facebook

No comments :