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पानी की बर्बादी रोकने को लेकर संवेदनशील नहीं है लोक स्वास्थ्य विभाग

बांका LIVE डेस्क : एक तरफ पीने तक के लिए पानी के आसन्न संकट को लेकर दुनियाभर में चेतावनी जारी की जा रही है. राष्ट्रीय स्तर पर भारत में भी इस दिशा में लगातार जागरूकता के प्रयास किए जा रहे हैं. लेकिन दुखद बात यह है कि बांका जिले में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग पानी की बर्बादी को रोकने की दिशा में बहुत संवेदनशील नहीं है. थोड़ी बहुत संवेदनशीलता भी दूर की बात है, बांका जिले में विभागीय स्तर पर हो रही पानी की बर्बादी को लेकर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग पूरी तरह उदासीन और संवेदनहीन बना हुआ है. इसकी मिसाल बांका सहित जिलेभर की फटी हुई पाइप लाइन और बिना नल के विभागीय स्टैंड पोस्ट हैं.

जिला मुख्यालय में वैसे तो बहुत सारे स्टैंडर्ड पोस्ट अब नहीं रह गए हैं. जो गिने-चुने स्टैंड पोस्ट जहां-तहां हैं, उनमें कहीं भी नल नाम की कोई चीज नहीं है. फलस्वरूप जलापूर्ति होने की स्थिति में लगातार इन स्टैंड पोस्ट से पानी बहता रहता है जो नाले में बह कर लगातार बर्बाद हो रहा है. जिले के पंजवारा बाजार स्थित दर्जनों स्टैंड पोस्ट में नल नहीं लगा है. यहां की त्रासदी यह है कि एक तरफ लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा, दूसरी ओर समय-समय पर होने वाली जलापूर्ति के दौरान पीएचईडी विभाग के स्टैंड पोस्ट से सीधे पानी निकलकर नालियों में बह रहा है.

जितना पानी लोग ले पाते हैं उतना तो ठीक, लेकिन बाकी समय बहने वाले पानी का कोई उपयोग ना होकर इन का बहाव नालियों में बेकार हो रहा है. कई जगह लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जलापूर्ति योजनाओं की पाइपलाइन भी फटी हुई है. उन्हें मरम्मत कराने की दिशा में विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. विभागीय अधिकारियों को स्थानीय लोगों ने कई बार इस संबंध में जानकारी दी लेकिन उनकी ओर से अब तक कोई पहल नहीं की गई है.
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